प्रकृति भी तो शांत मुस्कुराती रहती है
प्रकृति भी तो शांत मुस्कुराती रहती है
गोद में उसके जीवन पलता है
सबको प्रेम वात्सल्य देती है
तो क्या वो भूल जायेगी
अपने उस रूप को
जिसे सब विकराल कहते हैं
जिससे सारे जन डरते हैं।।
Ruby
प्रकृति भी तो शांत मुस्कुराती रहती है
गोद में उसके जीवन पलता है
सबको प्रेम वात्सल्य देती है
तो क्या वो भूल जायेगी
अपने उस रूप को
जिसे सब विकराल कहते हैं
जिससे सारे जन डरते हैं।।
Ruby