प्रकृति का मानो उपकार।
World Environment Day.
प्रकृति का मानो उपकार,
नमन करो उसको हरबार,
प्रकृति ने दिया है हमको,
अनमोलऔर प्यारा उपहार,
माँ बनकर धरती ने हमको,
दिया है अपना खूब दुलार,
इसकी रज में खेल खेलकर,
हमनें बचपन दिया गुजार,
सूरज ने देकर अपना प्रकाश,
मिटा दिया जग का अंधकार,
चाँद और तारों से है पायी,
चाँदनी रात की अजब बहार,
वायु और जल के कारण ही,
हमारे शरीर में जीवनसंचार,
पेड़ों ने दिए फल,फूल, अन्न
साथ मे शीतल छाया का प्यार,
निस्वार्थ भाव से प्रकृति ने,
हम सबका जीवन दिया सँवार,
परंतु इंसानों ने स्वार्थवश होकर,
प्रकृति पर किये हैं अत्याचार,
काट रहे हैं पेड़ औऱ पौधे,
साथ में प्रदूषण की है मार,
समय रहते अगर न सुधरे हम,
मच जाएगी धरा पर हाहाकार।।
By:Dr Swati Gupta