प्रकट भये दीन दयाला
चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी को अयोध्या में इच्छवाकु वंश
महाराज दशरथ की पत्नी कौशल्या ने सुत जायो!
भगवान विष्णु ने लियो सप्तम अवतार,लंकापति ,
ब्राह्मण श्रेष्ठ की आसुरी प्रवृत्तियों से जनमानस को मुक्त करायो!
जब जब होय धर्म की हानि,बाढै असुर,अधम,अभिमानी,
तब- तब प्रभु ने मानव रुप धर या जग को संकट मिटायो!!
कबहु धर रूप तुम कृष्ण को कंस को वध कर ,
वासुदेव और देवकी को मथुरा कारागार के बंधन मुक्त करायो!!
हमरे मन की प्रभु जाने,भारत भूमि से भृष्टाचार.अनाचार,
अत्याचार मिटानै को तुमने नरेन्द्र दामोदर दास पठायो!!