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28 Aug 2024 · 1 min read

*प्रकटो हे भगवान धरा पर, सज्जन सब तुम्हें बुलाते हैं (राधेश्

प्रकटो हे भगवान धरा पर, सज्जन सब तुम्हें बुलाते हैं (राधेश्यामी छंद )
________________________
प्रकटो हे भगवान धरा पर, सज्जन सब तुम्हें बुलाते हैं
षड्यंत्रों के जाल बड़े हैं, वह टूट नहीं अब पाते हैं
हे नाथ सनाथ करो जग को, तन लेकर आओ अवतारी
दुष्टों का कर संहार रचो, यह धरा रहित-अत्याचारी

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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