Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Nov 2023 · 1 min read

“प्यास धरती की”

क्रूर हो रहा मेह का आवरण क्यों?
सुलग रही है आज धरा बेहाल हो,
हो गई विमुख संवेदनाएं प्रकृति की,
तैर रहा वायुमंडल में कण धुल की।

प्यासा है सावन आज बिन फुहार के,
फट रहा उदर वसुधा का आज क्यों ?
है ये परिवर्तन शुभ संकेत कहां,
खो दिए सौंदर्य वृक्षों ने डाल की।

कैसे जिएं लोग भला निर्वात तपन में!
हरियाली नहीं दिखती कहीं सिवान में,
हो गया दुर्लभ, सावन का श्रृंगार आज,
क्या सुनाएं लोग व्यथा अब हाल की।।

Language: Hindi
2 Likes · 242 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राकेश चौरसिया
View all
You may also like:
कभी आ
कभी आ
हिमांशु Kulshrestha
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बातों को अंदर रखने से
बातों को अंदर रखने से
Mamta Rani
खूब लगाओ डुबकियाँ,
खूब लगाओ डुबकियाँ,
sushil sarna
* खुशियां मनाएं *
* खुशियां मनाएं *
surenderpal vaidya
सृजन तेरी कवितायें
सृजन तेरी कवितायें
Satish Srijan
Be with someone who motivates you to do better in life becau
Be with someone who motivates you to do better in life becau
पूर्वार्थ
“मंजर”
“मंजर”
Neeraj kumar Soni
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"प्यार में"
Dr. Kishan tandon kranti
Y
Y
Rituraj shivem verma
मौन
मौन
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
लिबास -ए – उम्मीद सुफ़ेद पहन रक्खा है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ख्वाहिशों के बैंलेस को
ख्वाहिशों के बैंलेस को
Sunil Maheshwari
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
अधर्म का उत्पात
अधर्म का उत्पात
Dr. Harvinder Singh Bakshi
सितारे  अभी  जगमगाने  लगे।
सितारे अभी जगमगाने लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
खानदानी चाहत में राहत🌷
खानदानी चाहत में राहत🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
3932.💐 *पूर्णिका* 💐
3932.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ज़िंदगी में जब भी कुछ अच्छा करना हो तो बस शादी कर लेना,
ज़िंदगी में जब भी कुछ अच्छा करना हो तो बस शादी कर लेना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
//••• क़ैद में ज़िन्दगी •••//
Chunnu Lal Gupta
*
*"ब्रम्हचारिणी माँ"*
Shashi kala vyas
अच्छा लिखने की तमन्ना है
अच्छा लिखने की तमन्ना है
Sonam Puneet Dubey
श्रेष्ठ भावना
श्रेष्ठ भावना
Raju Gajbhiye
*अभिनंदन उनका करें, जो हैं पलटूमार (हास्य कुंडलिया)*
*अभिनंदन उनका करें, जो हैं पलटूमार (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कैसा भी मौसम रहे,
कैसा भी मौसम रहे,
*प्रणय प्रभात*
शीर्षक - जय पितर देव
शीर्षक - जय पितर देव
Neeraj Agarwal
हर ख्याल से तुम खुबसूरत हो
हर ख्याल से तुम खुबसूरत हो
Swami Ganganiya
मोम की गुड़िया
मोम की गुड़िया
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
प्रभु ने बनवाई रामसेतु माता सीता के खोने पर।
प्रभु ने बनवाई रामसेतु माता सीता के खोने पर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Loading...