प्यार मोहब्ब्त वालों ने ____ गजल/ गीतिका
उपमाएं क्या क्या दे डाली,प्यार मोहब्ब्त वालों ने।
शब्दों की गागर में सागर, डाला है भर दिलवालो ने।
कोई किसी का चांद यहां पर,कोई चमकता सूरज है।
दीप जलाया दिल का जगमग,प्यार मोहब्ब्त वालों ने।।
सबकी अपनी जादूगरी है, कितनी सुंदर कारीगरी है।
मूरत_सूरत दिल में सजाई, प्यार मोहब्बत वालों ने।।
कभी मोरनी बन कर नाची हिरनी जैसी चाल चली।
पी लिए नयनों के मद प्याले,प्यार मोहब्ब्त वालों ने।।
अगणित शब्दों पर शोध चले है,जिसको जैसे भले लगे है।
पृष्ठ अनेकों रच डाले है,प्यार मोहब्ब्त वालों ने।।
प्यार की इस गहराई में,तुम भी उतर जाना।
सबसे तो यही कहा है,प्यार मोहब्ब्त वालों ने।।
???राजेश व्यास अनुनय ???