प्यार बांटें
स्याह के पत्थर को हटा क्यों नहीं देते,
प्यार मोहब्बत का बढ़ा क्यों नहीं देते,
दरिया की बेचैनी से घायल हुआ साहिल,
आग जमाने भर की बुझा क्यों नहीं देते,
स्याह के पत्थर को हटा क्यों नहीं देते,
प्यार मोहब्बत का बढ़ा क्यों नहीं देते,
दरिया की बेचैनी से घायल हुआ साहिल,
आग जमाने भर की बुझा क्यों नहीं देते,