Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jan 2017 · 1 min read

प्यार जबसे मिला खिल कमल हो गए

प्यार जबसे मिला खिल कमल हो गए
नैन तुमसे मिले फिर सज़ल हो गए

चुप रहे हम कहा कुछ नहीं था कभी
पर अधर बावरे ये विकल हो गए

प्यास कैसे बुझेगी बताओ हमें
स्त्रोत जल के सभी जब गरल हो गए

तुमको पाकर हमें आज ऐसा लगा
कर्म जैसे हमारे सफल हो गए

साथ रहकर तुम्हारे सजन आज तो
झोपड़ी भी हमें अब महल हो गए

थे अधूरे बहुत हम तुम्हारे बिना
तुम मिले ‘अर्चना’ हम ग़ज़ल हो गए
डॉ अर्चना

1 Like · 1 Comment · 546 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
चाय की चमक, मिठास से भरी,
चाय की चमक, मिठास से भरी,
Kanchan Alok Malu
आपके छोटे-छोटे मीठे आचार-व्यवहार,
आपके छोटे-छोटे मीठे आचार-व्यवहार,
Ajit Kumar "Karn"
छंद घनाक्षरी...
छंद घनाक्षरी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल _ मुहब्बत से भरे प्याले , लबालब लब पे आये है !
ग़ज़ल _ मुहब्बत से भरे प्याले , लबालब लब पे आये है !
Neelofar Khan
Science teacher's Umbrella
Science teacher's Umbrella
Mr. Bindesh Jha
कभी-कभी मुझे यूं ख़ुद से जलन होने लगती है,
कभी-कभी मुझे यूं ख़ुद से जलन होने लगती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
* निशाने आपके *
* निशाने आपके *
surenderpal vaidya
राष्ट्रीय गणित दिवस
राष्ट्रीय गणित दिवस
Tushar Jagawat
मां स्कंदमाता
मां स्कंदमाता
Mukesh Kumar Sonkar
सावन में मन मनचला,
सावन में मन मनचला,
sushil sarna
हमारी तकदीर कोई संवारेगा!
हमारी तकदीर कोई संवारेगा!
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*झूठी सब शान दिखाते हैं, यह बहुत बड़ी मायावी है (राधेश्यामी
*झूठी सब शान दिखाते हैं, यह बहुत बड़ी मायावी है (राधेश्यामी
Ravi Prakash
पल
पल
Sangeeta Beniwal
Insaan badal jata hai
Insaan badal jata hai
Aisha Mohan
"अब भी"
Dr. Kishan tandon kranti
अपनी हसरत अपने दिल में दबा कर रखो
अपनी हसरत अपने दिल में दबा कर रखो
पूर्वार्थ
चंद्रयान तीन अंतरिक्ष पार
चंद्रयान तीन अंतरिक्ष पार
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
■ भाषा का रिश्ता दिल ही नहीं दिमाग़ के साथ भी होता है।
■ भाषा का रिश्ता दिल ही नहीं दिमाग़ के साथ भी होता है।
*प्रणय प्रभात*
जरुरत क्या है देखकर मुस्कुराने की।
जरुरत क्या है देखकर मुस्कुराने की।
Ashwini sharma
शिवनाथ में सावन
शिवनाथ में सावन
Santosh kumar Miri
---- विश्वगुरु ----
---- विश्वगुरु ----
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
आप लोग अभी से जानवरों की सही पहचान के लिए
आप लोग अभी से जानवरों की सही पहचान के लिए
शेखर सिंह
बह्र 2122 1122 1122 22 अरकान-फ़ाईलातुन फ़यलातुन फ़यलातुन फ़ेलुन काफ़िया - अर रदीफ़ - की ख़ुशबू
बह्र 2122 1122 1122 22 अरकान-फ़ाईलातुन फ़यलातुन फ़यलातुन फ़ेलुन काफ़िया - अर रदीफ़ - की ख़ुशबू
Neelam Sharma
वो एक शाम
वो एक शाम
हिमांशु Kulshrestha
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
तुलना से इंकार करना
तुलना से इंकार करना
Dr fauzia Naseem shad
3101.*पूर्णिका*
3101.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खर्च हो रही है ज़िन्दगी।
खर्च हो रही है ज़िन्दगी।
Taj Mohammad
शीतलहर
शीतलहर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
Loading...