प्यार के ख़त
ख़त और प्यार मिलकर खड़े हैं,
ये तो आपस में सदियों से जुड़े हैं।
ख़त का महत्व सदियों पुराना है,
प्यार सही इसी से ही जाना है।
अक्षर अक्षर में प्रेमभाव दिखते है,
जब प्रेमी प्रेमिका ख़त लिखते हैं।
ख़त अमर प्रेम की निशानी है,
ख़त जीवन की प्रेम कहानी है।
ख़त से प्यार अमर हो जाता है,
ये जीवन प्यार से भर जाता है।
ख़त में पुकारती प्रेमी आत्मा है,
लव लेटर हो गया अब खात्मा है।
व्हाट्सएप में आत्म लटक रही है,
ख़त के दर्शन को ही भटक रही है।
प्रेमिका रहती खुश और मस्त है,
जब ‘पृथ्वीसिंह’ लिखते खत है।।
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कवि पृथ्वीसिंह बैनीवाल
9518139200,9467694029