प्यार के चक्कर
तुझे किस बात का इतना गुमां है ।
फना को भी होना यहां फना है।
कभी ना किसी का दिल दुखाया
तो फिर ये कैसी मिली हमे सजा है।
वो कहते है मै मौत के घर से लोटा
ये अच्छाई का ही मिला सिला है।
सभी का नजरिया नही बदल सकता
अब से परवाह करना छोड़ दिया है।
जो भी इस प्यार के चक्कर मे फंसा है।
तो उसका हाल अच्छा कब रहा है।