प्यार की शमा
प्यार की शम्मा से रोशन, हर दिल को होना चाहिए
इंसान को इंसानियत से, प्यार होना चाहिए
नफरतों की आग, दुनिया में बुझना चाहिए
हर तरफ से प्रेम की, गंगा निकलनी चाहिए
प्रेम का एक गीत प्यारा, जग को गाना चाहिए
प्रेम के संगीत पर, दुनिया थिरकनी चाहिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी