प्यार की राह
तुम जा रही कहा ।
इस प्यार के राह पे ।
कही न मिल जाए कोई ।
बेवफा सनम अनचाह मे ।
रखा करो कदम मजबूती से ।
इश्क, प्यार, मोहब्बत की ।
ठीक नही करतूत है ।
वह कहती है क्या हमसे ।
प्यार के राह पर चलते न वैसे ।
इसपर भले ही मुश्किल जीत है ।
पर ये दिलो दिमाग का लगाव बेहद अजीब है ।
जिस पर हर मजहब का चहारदीवारी का जरीब है ।
लव जेहाद का न हो कोई शाया होता ये बङा करीब है ।
मै तो करके देख चुका इसका अंजाम बेतरतीब है ।
हाथ जोड़ कर कहता हूँ घर बसाना किसी का ।
नेक कार्य और पुण्य का खुश नसीब है ।
शायर :- Rj Anand Prajapati