Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2024 · 1 min read

प्यार की पाठशाला

प्यार की पाठशाला

सिखाया जाएगा पाठ वफा का।
होता क्या है अंजाम दगा का।

लाख टक्के का देंगे इल्म,
बेज़ुबान भी ज़रुर बोलेंगे।
होंगी जहाँ से नफरतें कोसों दूर,
हम प्यार की ऐसी पाठशाला खोलेंगे।।

ज़िक्र होगा ज़रुर हुस्न का।
अध्याय होगा ज़रूर इश्क का।

बताएँगे इश्क – ए – मर्ज का निचोड़,
दवा इस कदर प्याले में घोलेंगे।
होंगी जहाँ से नफरतें कोसों दूर,
हम प्यार की ऐसी पाठशाला खोलेंगे।।

सिखाई जाएगी आँखों की भाषा।
बताई जाएगी प्रेम परिभाषा।

मांगी जाएगी ज़रूर गुरुदक्षिणा,
मुफ्त की फीस न बसूलेंगे,
होंगी जहाँ से नफरतें कोसों दूर,
हम प्यार की ऐसी पाठशाला खोलेंगे।।

दिल बेवक्त क्यों धड़कता?
दर्द इश्क में क्यों है मिलता?

थम सी जाती जब साँसें,
यह पढ़ाना न भूलेंगे।
होंगी जहाँ से नफरतें कोसों दूर,
हम प्यार की ऐसी पाठशाला खोलेंगे।।

पाठ्यक्रम में होगी बेवाफाई।
बताई जाएगी ज़ख्मों की गहराई।

सोच-समझ वहाँ खानी कसमें,
वादों का हम वज़न तोलेंगे।
होंगी जहाँ से नफरतें कोसों दूर,
हम प्यार की ऐसी पाठशाला खोलेंगे।।

मोहब्बत की वर्षा बरसाई जाएगी।
विरह वेदना भी पढ़ाई जाएगी।

‘भारती’ तू ही प्रधानाचार्य होगा गुरूकुल का,
नहीं तो हल्ला बोलेंगे।
होंगी जहाँ से नफरतें कोसों दूर,
हम प्यार की ऐसी पाठशाला खोलेंगे।।

–सुशील भारती, नित्थर, कुल्लू (हि.प्र.)

36 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुशील भारती
View all
You may also like:
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी को ढूँढते हुए जो ज़िन्दगी कट गई,
Vedkanti bhaskar
#विनम्रता
#विनम्रता
Radheshyam Khatik
स्थापित भय अभिशाप
स्थापित भय अभिशाप
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
छंद मुक्त कविता : जी करता है
छंद मुक्त कविता : जी करता है
Sushila joshi
माटी में है मां की ममता
माटी में है मां की ममता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मैं खुशियों की शम्मा जलाने चला हूॅं।
मैं खुशियों की शम्मा जलाने चला हूॅं।
सत्य कुमार प्रेमी
Day moon
Day moon
Otteri Selvakumar
सर्द रातें
सर्द रातें
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
अर्ज किया है जनाब
अर्ज किया है जनाब
शेखर सिंह
"सलाह" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
प्रभु राम नाम का अवलंब
प्रभु राम नाम का अवलंब
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
बुंदेली (दमदार दुमदार ) दोहे
Subhash Singhai
"हृदय में कुछ ऐसे अप्रकाशित गम भी रखिए वक़्त-बेवक्त जिन्हें आ
गुमनाम 'बाबा'
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
2859.*पूर्णिका*
2859.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कोरोना काल मौत का द्वार
कोरोना काल मौत का द्वार
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
" काले सफेद की कहानी "
Dr Meenu Poonia
"सच्चाई की ओर"
Dr. Kishan tandon kranti
सत्य
सत्य
Seema Garg
" भींगता बस मैं रहा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
*गरीबों की ही शादी सिर्फ, सामूहिक कराते हैं (हिंदी गजल)*
*गरीबों की ही शादी सिर्फ, सामूहिक कराते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जरूरत और जरूरी में फर्क है,
जरूरत और जरूरी में फर्क है,
Kanchan Alok Malu
शिक्षा होने से खुद को  स्वतंत्र और पैसा होने से खुद को
शिक्षा होने से खुद को स्वतंत्र और पैसा होने से खुद को
पूर्वार्थ
जय श्री महाकाल
जय श्री महाकाल
Neeraj kumar Soni
मन सोचता है...
मन सोचता है...
Harminder Kaur
गीत
गीत
Shiva Awasthi
भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील
भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील
आकाश महेशपुरी
ज़िन्दगी के सफर में राहों का मिलना निरंतर,
ज़िन्दगी के सफर में राहों का मिलना निरंतर,
Sahil Ahmad
నమో నమో నారసింహ
నమో నమో నారసింహ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
बादलों पर घर बनाया है किसी ने...
बादलों पर घर बनाया है किसी ने...
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...