Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2021 · 1 min read

प्यार की अर्ज़ी

रोज़ देखता हूं उसको जो
वो तिल तेरे गालों पर है
देखता तो हूं उसको भी जो
वो गजरा तेरे बालों पर है।।

देखने से तू मुझको
अब रोक नहीं सकता
चाहने पर भी तू अब
कुछ कर नहीं सकता।।

करता है तू नफरत
मुझसे जितनी ज्यादा
इश्क है मुझे तुमसे
उससे कहीं ज्यादा।।

जीत इश्क की होती है
आखिर में ये समझ लेना
बाकी कुछ नहीं चाहिए
बस ये दिल मुझे दे देना।।

हिफाजत से रखूंगा इसे
मैं अपने दिल में छुपाकर
है यकीन एक दिन तुमको
लाऊंगा दुल्हन बनाकर।।

रखूंगा तुमको हमेशा मैं
अपने दिल में बसाकर
ना जाओ यूं तोड़के दिल
मुझको अपना बनाकर।।

छोटी सी है ये ज़िंदगी
इसे नफरत में ना गंवाओ
मिलकर मेरे साथ अब
प्यारा सा एक घर बसाओ।।

Language: Hindi
11 Likes · 5 Comments · 665 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
View all
You may also like:
*राम मेरे तुम बन आओ*
*राम मेरे तुम बन आओ*
Poonam Matia
क्यों जीना है दहशत में
क्यों जीना है दहशत में
Chitra Bisht
मीनाबाजार
मीनाबाजार
Suraj Mehra
रामायण में भाभी
रामायण में भाभी "माँ" के समान और महाभारत में भाभी "पत्नी" के
शेखर सिंह
अधिकतर ये जो शिकायत करने  व दुःख सुनाने वाला मन होता है यह श
अधिकतर ये जो शिकायत करने व दुःख सुनाने वाला मन होता है यह श
Pankaj Kushwaha
आकांक्षा पत्रिका समीक्षा
आकांक्षा पत्रिका समीक्षा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हर तरफ़ घना अँधेरा है।
हर तरफ़ घना अँधेरा है।
Manisha Manjari
“MY YOGA TEACHER- 1957” (REMINISCENCES) {PARMANPUR DARSHAN }
“MY YOGA TEACHER- 1957” (REMINISCENCES) {PARMANPUR DARSHAN }
DrLakshman Jha Parimal
3615.💐 *पूर्णिका* 💐
3615.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गीत ____ मां के लिए
गीत ____ मां के लिए
Neelofar Khan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"अल्फ़ाज़ "
Dr. Kishan tandon kranti
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश- 6🍁🍁
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश- 6🍁🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज़रूरी नहीं के मोहब्बत में हर कोई शायर बन जाए,
ज़रूरी नहीं के मोहब्बत में हर कोई शायर बन जाए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दोस्तों बात-बात पर परेशां नहीं होना है,
दोस्तों बात-बात पर परेशां नहीं होना है,
Ajit Kumar "Karn"
संस्मरण
संस्मरण
Ravi Prakash
हम सब एक हैं
हम सब एक हैं
surenderpal vaidya
ऐसा क्या लिख दू मैं.....
ऐसा क्या लिख दू मैं.....
Taj Mohammad
जिंदगी में रंग भरना आ गया
जिंदगी में रंग भरना आ गया
Surinder blackpen
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
ओ मेरी सोलमेट जन्मों से - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
हनुमान वंदना । अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो।
Kuldeep mishra (KD)
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
Mahender Singh
संग दीप के .......
संग दीप के .......
sushil sarna
*
*"बसंत पंचमी"*
Shashi kala vyas
11. एक उम्र
11. एक उम्र
Rajeev Dutta
एक दिन
एक दिन
Dr fauzia Naseem shad
वर्तमान समय में रिश्तों की स्थिति पर एक टिप्पणी है। कवि कहता
वर्तमान समय में रिश्तों की स्थिति पर एक टिप्पणी है। कवि कहता
पूर्वार्थ
🙅आज की बात🙅
🙅आज की बात🙅
*प्रणय*
मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से।
मुफ़लिसों को बांटिए खुशियां खुशी से।
सत्य कुमार प्रेमी
Forever
Forever
Vedha Singh
Loading...