प्यार का इज़हार
जब से वो अपने प्यार का इज़हार कर.गये,
झुका के नज़र इश्क का इक़रार कर गये,
दिल को लगा झटका मैं सोचने लगी,
हैं कौन .वो जो हमको बेक़रार कर गये।
आँखे उसे ही बार. बार क्यूँ देखना चाहे,
रह.रह के दिल भी उसके लिए क्यूँ भरे आँहें,
टूटे दिल के तार मे झनकार कर गये।
हैं कौन वो जो हमको बेक़रार कर ये।