Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2018 · 1 min read

प्यार?,चंद लाइनें ?(प्यार) के नाम

जमाना प्यार का दुश्मन है ये भी जान जाएगा

हमारे प्यार का लोहा तो ये भी मान जाएगा।

जमाने को दिखाएगे हम अपने प्यार की ताकत

प्यार की ढाल बनकर के ज़माना मुस्कुराएगा।

© प्रशान्त तिवारी

Language: Hindi
178 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"पहले मुझे लगता था कि मैं बिका नही इसलिए सस्ता हूँ
दुष्यन्त 'बाबा'
सिर्फ पार्थिव शरीर को ही नहीं बल्कि जो लोग जीते जी मर जाते ह
सिर्फ पार्थिव शरीर को ही नहीं बल्कि जो लोग जीते जी मर जाते ह
पूर्वार्थ
कौन सोचता....
कौन सोचता....
डॉ.सीमा अग्रवाल
"तोल के बोल"
Dr. Kishan tandon kranti
मिलना तो होगा नही अब ताउम्र
मिलना तो होगा नही अब ताउम्र
Dr Manju Saini
देख कर उनको
देख कर उनको
हिमांशु Kulshrestha
चालवाजी से तो अच्छा है
चालवाजी से तो अच्छा है
Satish Srijan
उन वीर सपूतों को
उन वीर सपूतों को
gurudeenverma198
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मम्मी थी इसलिए मैं हूँ...!! मम्मी I Miss U😔
मम्मी थी इसलिए मैं हूँ...!! मम्मी I Miss U😔
Ravi Betulwala
#आज_की_बात
#आज_की_बात
*Author प्रणय प्रभात*
तुममें और मुझमें बस एक समानता है,
तुममें और मुझमें बस एक समानता है,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
💐 Prodigy Love-27💐
💐 Prodigy Love-27💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिल कि आवाज
दिल कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बाज़ार में क्लीवेज : क्लीवेज का बाज़ार / MUSAFIR BAITHA
बाज़ार में क्लीवेज : क्लीवेज का बाज़ार / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
।। रावण दहन ।।
।। रावण दहन ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
धरातल की दशा से मुंह मोड़
धरातल की दशा से मुंह मोड़
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
इस धरातल के ताप का नियंत्रण शैवाल,पेड़ पौधे और समन्दर करते ह
इस धरातल के ताप का नियंत्रण शैवाल,पेड़ पौधे और समन्दर करते ह
Rj Anand Prajapati
क्षणिका ...
क्षणिका ...
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
दूर तक आ गए मुश्किल लग रही है वापसी
दूर तक आ गए मुश्किल लग रही है वापसी
गुप्तरत्न
दस लक्षण पर्व
दस लक्षण पर्व
Seema gupta,Alwar
बाबा साहब अंबेडकर का अधूरा न्याय
बाबा साहब अंबेडकर का अधूरा न्याय
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*जब से मुकदमे में फॅंसा, कचहरी आने लगा (हिंदी गजल)*
*जब से मुकदमे में फॅंसा, कचहरी आने लगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
मोबाइल
मोबाइल
लक्ष्मी सिंह
ख्वाहिश
ख्वाहिश
Annu Gurjar
छोड़ जाते नही पास आते अगर
छोड़ जाते नही पास आते अगर
कृष्णकांत गुर्जर
3016.*पूर्णिका*
3016.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
टेंशन है, कुछ समझ नहीं आ रहा,क्या करूं,एक ब्रेक लो,प्रॉब्लम
टेंशन है, कुछ समझ नहीं आ रहा,क्या करूं,एक ब्रेक लो,प्रॉब्लम
dks.lhp
Loading...