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23 Dec 2020 · 1 min read

प्यारी हिंदी

कबीर की है प्यारी हिन्दी
साखी सबद न्यारी हिन्दी

देख श्याम छवि सूर लिखे
बाला बनी हमारी हिन्दी

कान्ति जानकी मोहक लगती
तुलसी पर है वारी हिन्दी

सतसैया के दोहे पढ़ते
भाव बसी है बिसारि हिन्दी

कबीर सूर बिहारी तुलसी
साहित्य खिली क्यारी हिन्दी

Language: Hindi
74 Likes · 353 Views
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