प्यारा गीत लिखूँगा
*** प्यारा गीत लिखूँगा ***
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तुम पर प्यारा गीत लिखूँगा,
कैसा मेरा मीत लिखूँगा।
चाँद – चकोरी भोली सूरत,
मोम की मूरत प्रीत लिखूँगा।
लहर – लहर जैसे लहराता,
मधुर-मधुर संगीत लिखूँगा।
बंद तिजोरी हुस्न का जलवा,
मोहब्बत की जीत लिखूँगा।
सर्दी भरी गुनगनी धूप सी,
तन-मन छाई शीत लिखूँगा।
फूल सी कोमल सखी मेरी,
साफ़- सुथरी नीत लिखूँगा।
मनसीरत तो पावन-पावक,
कितनी सच्ची रीत लिखूँगा।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)