Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Dec 2019 · 1 min read

प्याज पर दोहे

प्याज पर दोहे
प्याज ब्याज पर हैं मिलें,हुआ विकास महान
प्याज रत्न अनमोल है, भाव छुए आसमान

सेब हुए हैं प्याज समान,प्याज समान हैं सेब
प्याज पहुँच बाहर हुए ,खाली हुईं सब जेब

पड़ोसिन आई मांगने , दे दो हमें दो प्याज
झूठ बोल टरका दिया , अभी नहीं हैं प्याज

वक्त देखो बदल है गया ,बदल दिए हैं रिवाज
भात में भी हैं धर दिए,एक दो क्विंटल प्याज

पावभर अब तुलवा रहे,जो धड़ी लेते थे प्याज
सलाद में नहीं काटते , मंहगे हुए हैं प्याज

अतिथि सत्कार सीमित हैं , दरकिनार है प्याज
प्याज बिना सलाद खांए,सब्जी भी बिना प्याज

सब्जी मंडी मैं पहुँचा , खरीदने धड़ी प्याज
डालर सा प्याज दर सुन,घर आया बिन प्याज

पत्नी बोली अधिकार से,घर लाओ तुम प्याज
सरकारी आदेश यही, अब नहीं खाने प्याज

-सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी रा़ वाली (कैथल)-9896872258

Language: Hindi
1 Like · 649 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बचपन
बचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
कर्म कांड से बचते बचाते.
कर्म कांड से बचते बचाते.
Mahender Singh
वक्त सा गुजर गया है।
वक्त सा गुजर गया है।
Taj Mohammad
"स्वजन संस्कृति"
*Author प्रणय प्रभात*
काव्य_दोष_(जिनको_दोहा_छंद_में_प्रमुखता_से_दूर_रखने_ का_ प्रयास_करना_चाहिए)*
काव्य_दोष_(जिनको_दोहा_छंद_में_प्रमुखता_से_दूर_रखने_ का_ प्रयास_करना_चाहिए)*
Subhash Singhai
💐प्रेम कौतुक-482💐
💐प्रेम कौतुक-482💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*अध्याय 8*
*अध्याय 8*
Ravi Prakash
काले काले बादल आयें
काले काले बादल आयें
Chunnu Lal Gupta
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
हम बात अपनी सादगी से ही रखें ,शालीनता और शिष्टता कलम में हम
DrLakshman Jha Parimal
तनावमुक्त
तनावमुक्त
Kanchan Khanna
!! नववर्ष नैवेद्यम !!
!! नववर्ष नैवेद्यम !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
मातर मड़ई भाई दूज
मातर मड़ई भाई दूज
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बहुत ही हसीन तू है खूबसूरत
बहुत ही हसीन तू है खूबसूरत
gurudeenverma198
तुम्हीं तुम हो.......!
तुम्हीं तुम हो.......!
Awadhesh Kumar Singh
लौट कर वक़्त
लौट कर वक़्त
Dr fauzia Naseem shad
मैं तुलसी तेरे आँगन की
मैं तुलसी तेरे आँगन की
Shashi kala vyas
सविता की बहती किरणें...
सविता की बहती किरणें...
Santosh Soni
शांति युद्ध
शांति युद्ध
Dr.Priya Soni Khare
चंद अशआर
चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ज़िंदा होने का सबूत दो
ज़िंदा होने का सबूत दो
Shekhar Chandra Mitra
नारी क्या है
नारी क्या है
Ram Krishan Rastogi
"इसलिए जंग जरूरी है"
Dr. Kishan tandon kranti
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
प्रेम और आदर
प्रेम और आदर
ओंकार मिश्र
मानव जीवन की बन यह पहचान
मानव जीवन की बन यह पहचान
भरत कुमार सोलंकी
* अवधपुरी की ओर *
* अवधपुरी की ओर *
surenderpal vaidya
हे प्रभू तुमसे मुझे फिर क्यों गिला हो।
हे प्रभू तुमसे मुझे फिर क्यों गिला हो।
सत्य कुमार प्रेमी
मैं तो निकला था,
मैं तो निकला था,
Dr. Man Mohan Krishna
23/96.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/96.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...