पैसे हि सबकुछ
पैसे हि सब कुछ
कहते है लोग सबलोग
मरते है पैसे पर
करते हैं तो पैसे पर
चाहे वह गलत काम हि क्यों
चाहे वह फसाने वाला काम ही क्यों
पैसे पर नचाने वाले
पैसे पर गाने वाले
पैसे पर बुरा करने वाले
करने वाले तो कर लेंगे
चाहे सहना हि परे
पैसे पर मरने वाले
शराफत दिखा जाते
लेकिन कोई ऐसा है जो
पैसे के बदले कुछ ऐसे कामयाब होते
इंसान प्रश्न तो नहीं है होते
लेकिन भगवान प्रश्न हो जाते है
वह है वह है महान लोग
पैसे पर न मर कर
अपने अच्छाई पर मरते हैं