पैसे के बिना आज खुश कोई कहाॅं रहता है,
पैसे के बिना आज खुश कोई कहाॅं रहता है,
पैसा ही तो आज सब कुछ ही कहता है,
वहाॅं क्या होगा जहाॅं नहीं है ये पैसा,
ये बात ज़हन में सदैव मेरे रहता है।
…. अजित कर्ण ✍️
पैसे के बिना आज खुश कोई कहाॅं रहता है,
पैसा ही तो आज सब कुछ ही कहता है,
वहाॅं क्या होगा जहाॅं नहीं है ये पैसा,
ये बात ज़हन में सदैव मेरे रहता है।
…. अजित कर्ण ✍️