पैसा बोलता है
भोंदू जैसे नालायक बच्चे की लगवानी हो सरकारी नौकरी,
या काले मोटे लड़के को दिलानी हो शादी के लिए छोकरी,
ये पैसा बोलता है।
बाप की जलती चिता के सामने लड़ते दो भाई में,
नाराज़ बहनें बांध रही हो राखी अपने भाई की कलाई में,
ये पैसा बोलता है।
बदनाम भ्रष्ट नेता की जनसभा में भीड़ बढ़ानी हो,
या फिर किसी लोकप्रिय जननेता की टिकट कटवानी हो,
ये पैसा बोलता है।
गरीब महिला मजबूरी में फटे कपड़े पहने तो मजदूर कहलाती है,
कोई अमीर खुद से फटे कपड़े पहने तो मॉडर्न ड्रेस कहलाती है,
ये पैसा बोलता है।
कोई विद्वान लेखक खाली कुर्सियों को अपनी रचना सुनाता है,
तो पैसों के बूते भ्रष्ट नेता अपना भाषण सबको सुनाता है,
ये पैसा बोलता है।
बिन पैसे के इलाज को तरसकर मर रहे लाखों गरीब हैं,
पैसों के दम पर मशीनों से जिंदा अमीरों के नसीब हैं,
ये पैसा बोलता है।
पैसे वाले धन्ना सेठ की मैय्यत में रिश्तेदारों की भीड़ लग जाती है,
बिन पैसे के एक गरीब की लाश कफन तक को तरस जाती है,
ये पैसा बोलता है।
नौकरी के लिए घंटों लाईन में खड़े युवा की नौकरी की नीड हो,
या मंदिर में प्रभु दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की असंख्य भीड़ हो,
यहां भी पैसा बोलता है।
बिन पैसे के आज का इंसान आधा और अधूरा है,
पैसे पास हैं जिसके उसके पीछे ये जग पूरा है,
ये पैसा बोलता है।
बिन पैसे के इंसान को मिलती सब जगह बस रुसवाई है,
पैसे वाले सेठ की होती दुनिया में चारों ओर बड़ाई है,
इसीलिए कहता हूं पैसा बोलता है।
इसलिए मत करो दुनिया की चिंता पैसे तुम कमाओ,
रिश्ते नाते की छोड़ो परवाह बस पैसे तुम जुटाओ,
क्योंकि इस दुनिया में हर जगह पैसा बोलता है।
✍️ मुकेश कुमार सोनकर
रायपुर, छत्तीसगढ़
मो.9827597473