Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Mar 2020 · 1 min read

पैदल ही मजदूर

कोरोना ने कर दिया,ज्यादा ही मजबूर ।
चले शहर से गाँव को पैदल ही मजदूर ।।

सड़कों पर दिखने लगा,जैसा हमें हुजूम ।
शंका है आए नही , …कोरोना फिर घूम ।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
2 Likes · 424 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कमजोर क्यों पड़ जाते हो,
कमजोर क्यों पड़ जाते हो,
Ajit Kumar "Karn"
यह जो पापा की परियां होती हैं, ना..'
यह जो पापा की परियां होती हैं, ना..'
SPK Sachin Lodhi
कोई भी जंग अंग से नही बल्कि हौसले और उमंग से जीती जाती है।
कोई भी जंग अंग से नही बल्कि हौसले और उमंग से जीती जाती है।
Rj Anand Prajapati
शादी ..... एक सोच
शादी ..... एक सोच
Neeraj Agarwal
कैसे कहें घनघोर तम है
कैसे कहें घनघोर तम है
Suryakant Dwivedi
जब भी
जब भी
Dr fauzia Naseem shad
ଚୋରାଇ ଖାଇଲେ ମିଠା
ଚୋରାଇ ଖାଇଲେ ମିଠା
Bidyadhar Mantry
जज्बात की बात -गजल रचना
जज्बात की बात -गजल रचना
Dr Mukesh 'Aseemit'
रिश्तों का सच
रिश्तों का सच
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
रक्षाबंधन का त्यौहार
रक्षाबंधन का त्यौहार
Ram Krishan Rastogi
राह कठिन है राम महल की,
राह कठिन है राम महल की,
Satish Srijan
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
*फूलों सा एक शहर हो*
*फूलों सा एक शहर हो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बेजुबानों से प्रेम
बेजुबानों से प्रेम
Sonam Puneet Dubey
यूं सांसों का वजूद भी तब तक होता है,
यूं सांसों का वजूद भी तब तक होता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4226.💐 *पूर्णिका* 💐
4226.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सिंहपर्णी का फूल
सिंहपर्णी का फूल
singh kunwar sarvendra vikram
जो संघर्ष की राह पर चलते हैं, वही लोग इतिहास रचते हैं।।
जो संघर्ष की राह पर चलते हैं, वही लोग इतिहास रचते हैं।।
Lokesh Sharma
" शर्त "
Dr. Kishan tandon kranti
गंणतंत्रदिवस
गंणतंत्रदिवस
Bodhisatva kastooriya
मजदूरों से पूछिए,
मजदूरों से पूछिए,
sushil sarna
हिन्दी माई
हिन्दी माई
Sadanand Kumar
“मैं ठहरा हिन्दी माध्यम सा सरल ,
“मैं ठहरा हिन्दी माध्यम सा सरल ,
Neeraj kumar Soni
अभिमान  करे काया का , काया काँच समान।
अभिमान करे काया का , काया काँच समान।
Anil chobisa
हिन्दु नववर्ष
हिन्दु नववर्ष
भरत कुमार सोलंकी
है शिव ही शक्ति,शक्ति ही शिव है
है शिव ही शक्ति,शक्ति ही शिव है
sudhir kumar
मैने यह कब कहा की मेरी ही सुन।
मैने यह कब कहा की मेरी ही सुन।
Ashwini sharma
सुहागन का शव
सुहागन का शव
अनिल "आदर्श"
बदल गया जमाना🌏🙅🌐
बदल गया जमाना🌏🙅🌐
डॉ० रोहित कौशिक
ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ,
ए चांद आसमां के मेरे चांद को ढूंढ ले आ,
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...