पैगाम डॉ अंबेडकर का
पैगाम देने आया मसीहा,
पैगाम देकर ही गया।
अपनो के खातिर दुनिया से,
कलम की ताकत के बल पे,
अधिकार दिलाने को ही लड़ा,
शिक्षा का हक़ दलित शुद्रो को देकर,
स्वतन्त्र भारत का निर्माण किया ।
पैगाम देने आया मसीहा,
पैगाम देकर ही गया।
संविधान की रचना करके,
समता का एक हक़ है दिया,
धन का अधिकार महिलाओं को देकर,
हिन्दू कोड बिल में लिखा,
नारी को हर संभव सम्मान है दिया।
पैगाम देने आया मसीहा,
पैगाम देकर ही गया।
भेदभाव जात-पात से मुक्ति ,
छुआछूत मिटाने को दे गये शक्ति,
जल पीने को भी संघर्ष है किया,
धर्म निर्पेक्षता का स्वागत है किया,
मानवता का पैगाम है दिया।
पैगाम देने आया मसीहा,
पैगाम देकर ही गया।
रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।