Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Nov 2021 · 2 min read

पेड़ की गुहार इंसान से…

मत मारो मुझे ,

मत काटो मुझे ,

बहुत दर्द होता है .

कुछ समझ नहीं पाता हूँ,

और ना ही समझा पाता हूँ,

ज़िंदगी हूँ मैं तुम्हारी और तुम मेरी ,

ना ही तुम्हें एहसास करवा पाता हूँ.

भला मेरी ह्त्या से तुम्हें क्या हासिल होगा ?

मैं नहीं रहूंगा तो तुम्हारा जीवन नष्ट होगा .

आज उजाड़ दोगे यदि मुझे और मेरा परिवार को ,

तो तुम्हारी नस्लों का भविष्य क्या होगा ?

सोचो तो सही तुम कर क्या रहे हो ?

मेरे किये गए निस्वार्थ सेवा और उपकारों के ,

बदले तुम मुझे मौत दे रहे हो .

मैं तुम्हें, फल- फूल , ओषिधि देता हूँ,

साँस लेने को साफ़ हवा देता हूँ ,

तुम अपने जीवन- संघर्ष से जब थक जाते हो ,

तो मैं तुम्हें अपनी छत्र- छाया में लेता हूँ.

तुम्हें सुख और आराम देने के लिए मैं

कड़ी धुप , बरखा और आंधिओं को सहता हूँ.

इतने कष्ट सहने के बावजूद भी अरे इंसान !

मैं तुम्हारे पत्थर की चोट भी सहता हूँ.

मैं तुम्हारी तरह इंसान ना सही ,

मगर दर्द तो मुझको भी होता है.

अपनी सन्तानो से प्राप्त चोट और उपेक्षा से ,

दुःख- संताप मुझे भी होता है.

हाँ ! मैं भी सजीव हूँ , निर्जीव नहीं.

अरमान है मेरे दिल में भी बहुत,

अफ़सोस !तुमने जिन्हें पहचाना नहीं.

निस्वार्थ सेवा ,प्यार ,सुरक्षा तुम्हें ,

अब तक देता आया हूँ .अब भी दूंगा,

मगर बदले में तुमसे कुछ माँगा भी नहीं.

उफ़ ! मेरी सहनशक्ति की कोई सीमा नहीं ,

तुमसे मिलते रहते यूँ तो कितने दर्द ,

मगर यह दर्द ,उस गम से कम नहीं ,

हूँ तो मैं हक़दार तुम्हारे प्यार ,सेवा और पनाह का ,

मगर मेरी तक़दीर में यह तमाम सुख नहीं.

चली ! कोई बात नहीं ! तुम मत दो अपना प्यार ,

मगर मुझे जीवित तो रहने दो .

इस पृथ्वी पर मुझे भी रहने का हक़ है,

मुझे इस पृथ्वी के छोटे से सही मगर रहने दो .

यह दर्द भरी गुहार है मेरी ,

यह एक प्रार्थना है मेरी ,

ऐ नादान इंसान !

मुझे मत मारो ,

मुझे मत काटो ,

मुझे बहुत दर्द होता है.

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 336 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
खरगोश
खरगोश
SHAMA PARVEEN
पावस आने से प्रथम, कर लो सब उपचार।
पावस आने से प्रथम, कर लो सब उपचार।
डॉ.सीमा अग्रवाल
वर्षा के दिन आए
वर्षा के दिन आए
Dr. Pradeep Kumar Sharma
और तो क्या ?
और तो क्या ?
gurudeenverma198
زندگی تجھ
زندگی تجھ
Dr fauzia Naseem shad
न तुम भूल जाना
न तुम भूल जाना
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
*युद्ध सभी को अपने-अपने, युग के लड़ने ही पड़ते हैं (राधेश्या
*युद्ध सभी को अपने-अपने, युग के लड़ने ही पड़ते हैं (राधेश्या
Ravi Prakash
नारी शक्ति
नारी शक्ति
भरत कुमार सोलंकी
3808.💐 *पूर्णिका* 💐
3808.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गाएं
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गाएं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
3. कुपमंडक
3. कुपमंडक
Rajeev Dutta
कहानी
कहानी
कवि रमेशराज
सावन बीत गया
सावन बीत गया
Suryakant Dwivedi
माँ
माँ
Raju Gajbhiye
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
Paras Nath Jha
जय अयोध्या धाम की
जय अयोध्या धाम की
Arvind trivedi
"चुनाव के दौरान नेता गरीबों के घर खाने ही क्यों जाते हैं, गर
गुमनाम 'बाबा'
Love yourself
Love yourself
आकांक्षा राय
" मुद्रा "
Dr. Kishan tandon kranti
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
लड़कियां बड़ी मासूम होती है,
लड़कियां बड़ी मासूम होती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"YOU ARE GOOD" से शुरू हुई मोहब्बत "YOU
nagarsumit326
बातों को अंदर रखने से
बातों को अंदर रखने से
Mamta Rani
-Relationships require effort.
-Relationships require effort.
पूर्वार्थ
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
Keshav kishor Kumar
नहीं कहीं भी पढ़े लिखे, न व्यवहारिक ज्ञान
नहीं कहीं भी पढ़े लिखे, न व्यवहारिक ज्ञान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सब गोलमाल है
सब गोलमाल है
Dr Mukesh 'Aseemit'
307वीं कविगोष्ठी रपट दिनांक-7-1-2024
307वीं कविगोष्ठी रपट दिनांक-7-1-2024
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...