Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2024 · 1 min read

पेड़ कटता जा रहा झूठे विकासों में ।

(5) ग़ज़ल
—–” ‘ ” “—-” ‘ ” “—” ‘ ” “——” —–
पेड़ कटता जा रहा झूठे विकासों में ।
हो रही धरती ये बंजर कुछ के चालो में ।।

ढूंढते हैं घोंसला अपने ही बच्चों का ।
देखकर हलचल मची उड़ते परिंदों में।।

कर्म होगा जो तुम्हारा वो मिलेगा फल ।
सीख मिलती है सभी हमको किताबों में ।।

जी हजूरी में लगे हैं लोग सारे जो ।
असलियत अपना छुपाते कर छलावों में ।।

कौन सोचे अब गरीबों के हालातो पर ।
बस फकत झूठी दिलासा है सवालों में ।।

हक गिनाते जो सदा परिवार में रहकर ।
बढ़ रही दूरी सदा अपनों के रिश्तों में ।।

“ज्योटी”अपना कर्म करना फ़र्ज़ पूरा कर ।
साथ मिलता जो ख़ुशी जीवन है अपनों में ।।

ज्योटी श्रीवास्तव (jyoti Arun Shrivastava)
अहसास ज्योटी 💞 ✍️

1 Like · 26 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
View all
You may also like:
फ़ितरतन
फ़ितरतन
Monika Verma
आधुनिक युग और नशा
आधुनिक युग और नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अजीब करामात है
अजीब करामात है
शेखर सिंह
😢😢
😢😢
*प्रणय प्रभात*
क्यों नहीं देती हो तुम, साफ जवाब मुझको
क्यों नहीं देती हो तुम, साफ जवाब मुझको
gurudeenverma198
ज़िंदगी को इस तरह
ज़िंदगी को इस तरह
Dr fauzia Naseem shad
सारी दुनिया में सबसे बड़ा सामूहिक स्नान है
सारी दुनिया में सबसे बड़ा सामूहिक स्नान है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
13-छन्न पकैया छन्न पकैया
13-छन्न पकैया छन्न पकैया
Ajay Kumar Vimal
*य से यज्ञ (बाल कविता)*
*य से यज्ञ (बाल कविता)*
Ravi Prakash
विद्यार्थी को तनाव थका देता है पढ़ाई नही थकाती
विद्यार्थी को तनाव थका देता है पढ़ाई नही थकाती
पूर्वार्थ
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मां
मां
Dr Parveen Thakur
"याद है मुझे"
Dr. Kishan tandon kranti
लोग कहते हैं कि
लोग कहते हैं कि
VINOD CHAUHAN
प्रबुद्ध कौन?
प्रबुद्ध कौन?
Sanjay ' शून्य'
तेरी हुसन ए कशिश  हमें जीने नहीं देती ,
तेरी हुसन ए कशिश हमें जीने नहीं देती ,
Umender kumar
पीयूष गोयल के २० सकारात्मक विचार.
पीयूष गोयल के २० सकारात्मक विचार.
Piyush Goel
आ जाये मधुमास प्रिय
आ जाये मधुमास प्रिय
Satish Srijan
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
Dr. Upasana Pandey
इक उम्र जो मैंने बड़ी सादगी भरी गुजारी है,
इक उम्र जो मैंने बड़ी सादगी भरी गुजारी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सुप्रभात
सुप्रभात
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
सच तो हम सभी होते हैं।
सच तो हम सभी होते हैं।
Neeraj Agarwal
श्रीराम
श्रीराम
सुरेखा कादियान 'सृजना'
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"" *आओ करें कृष्ण चेतना का विकास* ""
सुनीलानंद महंत
पल में सब  कुछ खो गया
पल में सब कुछ खो गया
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आंखो ने क्या नहीं देखा ...🙏
आंखो ने क्या नहीं देखा ...🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मजदूर
मजदूर
Namita Gupta
3197.*पूर्णिका*
3197.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अगर आप समय के अनुसार नही चलकर शिक्षा को अपना मूल उद्देश्य नह
अगर आप समय के अनुसार नही चलकर शिक्षा को अपना मूल उद्देश्य नह
Shashi Dhar Kumar
Loading...