*पूजो भारतवर्ष जहॉं पर, मिला-जुला परिवार है (गीत)*
पूजो भारतवर्ष जहॉं पर, मिला-जुला परिवार है (गीत)
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पूजो भारतवर्ष जहॉं पर, मिला-जुला परिवार है
1)
सासू मॉं के संग यहॉं पर, बहुऍं दो-दो रहतीं
वृद्ध-जनों से नई पीढ़ियॉं, कटु कुछ कभी न कहतीं
घर में तीन पीढ़ियॉं मिलना, साधारण व्यवहार है
2)
चला रही हैं एक रसोई, दौरानी-जेठानी
फ्रिज में एक रखा रहता है, सारे घर का पानी
सदियों से ताऊ-चाचा का, पुश्तैनी व्यापार है
3)
बड़े फलक पर अपनेपन का, भाव हमारा फैला
दो भाई के दो पोतों का, रिश्ता तनिक न मैला
दादी की गोदी में पोती, ईश्वर का आभार है
पूजो भारतवर्ष जहॉं पर, मिला-जुला परिवार है
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451