पूंजीवाद से बड़ा कूड़ा नही
अंग्रेजों से गुलामी खत्म हुई।
खुद राजनेता ‘गिद्धों” ने घेर लिया!
दिख रही चहुओर मानवता कराहती हुई।
जनतंत्र नया भारत निर्माण में व्यस्त हुई।
भ्रष्टाचार खत्म करेंगे, शुरुआत तुम करो।
भ्रष्टाचार के बीज को उगाने राजपथ पे हम रहेंगें।
इस देश में पूंजीवादी से बड़ा कूड़ा कोई और नही।