Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2021 · 1 min read

‘पुस्तक’

‘पुस्तक’

ये पुस्तक है बड़ी अनमोल,
बात में इसकी है भारी तोल।
पहन ले ऐनक हर पन्ना खोल,
प्यारी भाषा इसकी न्यारे बोल।

लिखी है इसमें बात पुरानी,
कुछ तेरी कुछ मेरी कहा नी।,
आलस छोड़ मत कर नादानी
पढ़लो तुम बन जाओगे ज्ञानी।

भू गर्भ का इसमें ज्ञान छुपा है
भूत भविष्य की भी चर्चा है।
देश समाज का लेखा जोखा
सत्ता का इतिहास लिखा है।

छिपा है इसमें सुख का सार,
पढ़कर होगा तेरा बेड़ा पार।
बात पर मेरी करना विचार,
करना हर पुस्तक से प्यार।
©®Godambari Negi

Language: Hindi
3 Likes · 7 Comments · 435 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेनाम जिन्दगी थी फिर क्यूँ नाम दे दिया।
बेनाम जिन्दगी थी फिर क्यूँ नाम दे दिया।
Rajesh Tiwari
गले लोकतंत्र के नंगे / मुसाफ़िर बैठा
गले लोकतंत्र के नंगे / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
मैकदे को जाता हूँ,
मैकदे को जाता हूँ,
Satish Srijan
कृपाण घनाक्षरी....
कृपाण घनाक्षरी....
डॉ.सीमा अग्रवाल
खाली मन...... एक सच
खाली मन...... एक सच
Neeraj Agarwal
जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
सत्य कुमार प्रेमी
❤️ मिलेंगे फिर किसी रोज सुबह-ए-गांव की गलियो में
❤️ मिलेंगे फिर किसी रोज सुबह-ए-गांव की गलियो में
शिव प्रताप लोधी
■ ब्रांच हर गांव, कस्बे, शहर में।
■ ब्रांच हर गांव, कस्बे, शहर में।
*Author प्रणय प्रभात*
3193.*पूर्णिका*
3193.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
उसे मलाल न हो
उसे मलाल न हो
Dr fauzia Naseem shad
जितने चंचल है कान्हा
जितने चंचल है कान्हा
Harminder Kaur
*लम्हे* ( 24 of 25)
*लम्हे* ( 24 of 25)
Kshma Urmila
पर्व है ऐश्वर्य के प्रिय गान का।
पर्व है ऐश्वर्य के प्रिय गान का।
surenderpal vaidya
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सद् गणतंत्र सु दिवस मनाएं
सद् गणतंत्र सु दिवस मनाएं
Pt. Brajesh Kumar Nayak
देश की आज़ादी के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों की
देश की आज़ादी के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों की
Shubham Pandey (S P)
मज़हब नहीं सिखता बैर
मज़हब नहीं सिखता बैर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"कुछ भी असम्भव नहीं"
Dr. Kishan tandon kranti
कालः  परिवर्तनीय:
कालः परिवर्तनीय:
Bhupendra Rawat
*हिन्दी बिषय- घटना*
*हिन्दी बिषय- घटना*
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
यहां कोई बेरोजगार नहीं हर कोई अपना पक्ष मजबूत करने में लगा ह
यहां कोई बेरोजगार नहीं हर कोई अपना पक्ष मजबूत करने में लगा ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
एक पल में जिंदगी तू क्या से क्या बना दिया।
एक पल में जिंदगी तू क्या से क्या बना दिया।
Phool gufran
वो मेरे बिन बताए सब सुन लेती
वो मेरे बिन बताए सब सुन लेती
Keshav kishor Kumar
खुद से भी सवाल कीजिए
खुद से भी सवाल कीजिए
Mahetaru madhukar
डर से अपराधी नहीं,
डर से अपराधी नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
प्यार हुआ कैसे और क्यूं
प्यार हुआ कैसे और क्यूं
Parvat Singh Rajput
*बादल चाहे जितना बरसो, लेकिन बाढ़ न आए (गीत)*
*बादल चाहे जितना बरसो, लेकिन बाढ़ न आए (गीत)*
Ravi Prakash
गर्म हवाओं ने सैकड़ों का खून किया है
गर्म हवाओं ने सैकड़ों का खून किया है
Anil Mishra Prahari
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे,
प्रदीप कुमार गुप्ता
व्याकरण पढ़े,
व्याकरण पढ़े,
Dr. Vaishali Verma
Loading...