Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2021 · 1 min read

पुलिसवालों का डंडा !

पुलिसवालों का डंडा,
रिक्शेवालों पर चलता है।
कोई रसूक वाला आ जाए,
कानून ही उनका बदल जाए।

किसी बड़े गाड़ी वाले को,
पुलिस वाले नहीं टोकते।
नेता या किसी अधिकारी को,
सड़कों पर ये नहीं रोकते।

मजलूम से जो गुनाह हो जाए,
जीवन उसका फना हो जाए।
तारीखों के चक्कर में फसेगा,
कानून खुद उस पर हँसेगा।

बड़े बाप की यदि औलाद हो,
व्यवस्था के लिए फौलाद हो।
हाथ तुम्हे कोई भी न लगाएगा,
संभव नहीं, की कोई सताएगा।

गरीबी सबसे बड़ा पाप है,
जीवन भर का संताप है ।
हर दिन बेचारा वो डरेगा,
तिल तिल कर रोज़ मरेगा।

कानून नियम अलग लिखता है,
बंद आंखों से उसे सब दिखता है ।
शकसियत वालों को पहचानता है,
उनको विशेष, बहुत ये मानता है।

न्याय के लिए शक्तिशाली बनो,
बाहुबली और बलशाली बनो।
नियमों में हैसियत व्याप्त है,
शक्ति से यहां सब प्राप्त है।

Language: Hindi
2 Comments · 404 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*बिरहा की रात*
*बिरहा की रात*
Pushpraj Anant
गैरो को कोई अपने बना कर तो देख ले
गैरो को कोई अपने बना कर तो देख ले
कृष्णकांत गुर्जर
सच्चे रिश्ते वही होते है जहा  साथ खड़े रहने का
सच्चे रिश्ते वही होते है जहा साथ खड़े रहने का
पूर्वार्थ
यह जीवन भूल भूलैया है
यह जीवन भूल भूलैया है
VINOD CHAUHAN
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
वचन सात फेरों का
वचन सात फेरों का
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
रिश्ते
रिश्ते
Dr fauzia Naseem shad
मानस हंस छंद
मानस हंस छंद
Subhash Singhai
2438.पूर्णिका
2438.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
राम-वन्दना
राम-वन्दना
विजय कुमार नामदेव
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
gurudeenverma198
कोई दरिया से गहरा है
कोई दरिया से गहरा है
कवि दीपक बवेजा
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आओ बुद्ध की ओर चलें
आओ बुद्ध की ओर चलें
Shekhar Chandra Mitra
*संवेदना*
*संवेदना*
Dr. Priya Gupta
"जीवन की सार्थकता"
Dr. Kishan tandon kranti
चली पुजारन...
चली पुजारन...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आंधी है नए गांधी
आंधी है नए गांधी
Sanjay ' शून्य'
मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष।
मुझे नहीं नभ छूने का अभिलाष।
Anil Mishra Prahari
उफ़ ये अदा
उफ़ ये अदा
Surinder blackpen
पंचांग के मुताबिक हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोद
पंचांग के मुताबिक हर महीने में कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोद
Shashi kala vyas
जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
जो कभी मिल ना सके ऐसी चाह मत करना।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
" मेरी ओकात क्या"
भरत कुमार सोलंकी
ताजा भोजन जो मिला, समझो है वरदान (कुंडलिया)
ताजा भोजन जो मिला, समझो है वरदान (कुंडलिया)
Ravi Prakash
स्वाधीनता के घाम से।
स्वाधीनता के घाम से।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
हमारा भारतीय तिरंगा
हमारा भारतीय तिरंगा
Neeraj Agarwal
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कोई भी नही भूख का मज़हब यहाँ होता है
कोई भी नही भूख का मज़हब यहाँ होता है
Mahendra Narayan
तुम्हारी निगाहें
तुम्हारी निगाहें
Er. Sanjay Shrivastava
#चिंतन
#चिंतन
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...