पुरुष
नारी की महत्ता समाज में हर कोई दर्शाता है,
पुरुषों का सिर्फ अहम भाव ही क्यूँ दिखलाता है,
कर्तव्य परायण पुरूष भी हैं,हर फर्ज निभाता है,
पुत्र,भाई, पति और पिता हर रूप में सक्रिय होता है,
दिन रात परिश्रम करता है,फिर भी नहीं जतलाता है,
उसके ही कारण परिवार चैन की नींद सो पाता है,
नारी ममता की मूरत है,पुरूष समर्पणभाव दिखाता है,
परिवार का आधार हैं दोनों,यहीं समझ में आता है,
जब साथ हो एक दूजे का,तभी घर स्वर्ग बन पाता है,
दोनों ही परिवार के साथ अच्छे समाज के भी निर्माता हैं।
By:Dr Swati Gupta