पुराने हैं घर
कई बारिशों में हुए तर बहुत हैं
पुराने हैं घर फिर भी बेहतर बहुत हैं
अभी तक नहीं कम हुई इनकी कीमत
शहर में तो वैसे नये घर बहुत हैं
हिला न सकेगी इन्हें ये सुनामी
कि बुनियाद में इनके पत्थर बहुत हैं
है छोटा सा दरवाजा पर मत हँसो तुम
इसी दर पे आकर झुके सर बहुत हैं
सुनाई पड़ेगा गुटर गूं तुम्हें भी
मिरे घर की छत पर कबूतर बहुत हैं
तिरा घर शहर का बड़ा कीमती है
मगर तेरे इस घर में मच्छर बहुत हैं
ये है अपने पुरखों की दहलीज संजय
यहाँ छाँव देते ये छप्पर बहुत है