Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2024 · 1 min read

“पुराने दिन”

उन पुराने दिनों में ज़िन्दगी बेफिक्र थी,
दोस्तों का साथ था, यारों की महफ़िल थी,
चेहरे पे झूठी नहीं सच्ची मुस्कुराहट थी,
क्यूंकि झूठी मुस्कुराहट लिए घूमें ऐसी कोई वजह भी ना थी,
फ़िर वही मुस्कुराहट इन तस्वीरों में हमेशा के लिए कैद हो गई, और ज़िन्दगी भर की यादें बन गई।
“लोहित टम्टा

58 Views

You may also like these posts

राम की मंत्री परिषद
राम की मंत्री परिषद
Shashi Mahajan
।।
।।
*प्रणय*
ठिठुरन
ठिठुरन
Mahender Singh
4068.💐 *पूर्णिका* 💐
4068.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
हर शेर हर ग़ज़ल पे है ऐसी छाप तेरी - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
अंतर बहुत है
अंतर बहुत है
Shweta Soni
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
माँ कौशल्या के बिना
माँ कौशल्या के बिना
Sudhir srivastava
नारी
नारी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ
कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ
आकाश महेशपुरी
अजब है इश्क़ मेरा वो मेरी दुनिया की सरदार है
अजब है इश्क़ मेरा वो मेरी दुनिया की सरदार है
Phool gufran
जय माँ हंसवाहिनी।
जय माँ हंसवाहिनी।
Priya princess panwar
मेरी सरलता की सीमा कोई नहीं जान पाता
मेरी सरलता की सीमा कोई नहीं जान पाता
Pramila sultan
आकाश दीप - (6 of 25 )
आकाश दीप - (6 of 25 )
Kshma Urmila
बचपन
बचपन
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
दूर दूर रहते हो
दूर दूर रहते हो
surenderpal vaidya
आखिर क्यों?
आखिर क्यों?
Rekha khichi
#विदा की वेला
#विदा की वेला
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
मधुर मिलन
मधुर मिलन
Seema gupta,Alwar
तुम होते हो नाराज़ तो,अब यह नहीं करेंगे
तुम होते हो नाराज़ तो,अब यह नहीं करेंगे
gurudeenverma198
मैं तो निकला था,
मैं तो निकला था,
Dr. Man Mohan Krishna
पाया हमने आपका , सबका इतना प्यार
पाया हमने आपका , सबका इतना प्यार
Dr Archana Gupta
सनातन चिंतन
सनातन चिंतन
Arun Prasad
जानती हो दोस्त ! तुम्हारी याद इक नाव लेकर आती है। एक ऐसी नाव
जानती हो दोस्त ! तुम्हारी याद इक नाव लेकर आती है। एक ऐसी नाव
पूर्वार्थ
" कृषक की व्यथा "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
"आँखें "
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन में आनंद लाना कोई कठिन काम नहीं है बस जागरूकता को जीवन
जीवन में आनंद लाना कोई कठिन काम नहीं है बस जागरूकता को जीवन
Ravikesh Jha
राममय जगत
राममय जगत
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
Ravi Prakash
शिकायत
शिकायत
R D Jangra
Loading...