पुरानी जेब
पुराने कोट की पुरानी जेब में ,
टटोला तो कुछ टुकड़े मिले,
कॉंच के,
हर टुकडे में कुछ निंशा थे,
बीते कल के,कुछ पल के,
नन्ही लोरी के, खट्टी गोली के,
उचकते कंघे की सवारी के,
पुराने स्कूटर पर हवा की ख़ुमारी के,
वक़्त हो चला था,
अनायास,
टटोला दूसरी जेब को,
मिला आयना, दूरदर्शी
फिर वही क़िस्से कहानी थे,
वक़्त कंहा बदलता है,
बस किरदार।