*पुरस्कार का पात्र वही, जिसका संघर्ष नवल हो (मुक्तक)*
पुरस्कार का पात्र वही, जिसका संघर्ष नवल हो (मुक्तक)
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नई चेतना जीवन में, नूतन उत्साह प्रबल हो
बढ़ो विगत से आगे ऐसे, अभिनव स्वर्णिम कल हो
नई मंजिलों को छूने, अनवरत चलो नव डग में
पुरस्कार का पात्र वही, जिसका संघर्ष नवल हो
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451