Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2024 · 1 min read

चंद दोहा

(1)
जीवन अपना वेद सम,किन्तु गुज़रता व्यर्थ।
है जीवन का मर्म क्या,ढूँढ़ न पाते अर्थ।।
(2)
भरा बंधु हर वेद में,जग का सारा ज्ञान।
कहते ऐसा संतजन,हरदम करते गान।।
(3)
जिल्द बनाने में कटा,अब तक जीवन-वेद।
ख़ुद को पर समझे नहीं,इसका बेहद खेद।।
(4)
लिखूँ और क्या वेद पर,समझ न आये मीत।
तड़पे ख़ुद में ही सरस,उर में पलती प्रीत।।
(5)
भरा कृष्ण जी में स्वयं,प्रिय वेदों‌ का सार।
करो नाम जप रोज़ ही,पा जाओगे पार।।
*सतीश तिवारी ‘सरस’,नरसिंहपुर (म.प्र.)
——————————————————-
#स्वरचित_व_मौलिक

Language: Hindi
1 Like · 125 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Apne yeh toh suna hi hoga ki hame bado ki respect karni chah
Apne yeh toh suna hi hoga ki hame bado ki respect karni chah
Divija Hitkari
मुर्शिद क़दम-क़दम पर नये लोग मुन्तज़िर हैं हमारे मग़र,
मुर्शिद क़दम-क़दम पर नये लोग मुन्तज़िर हैं हमारे मग़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरी तो धड़कनें भी
मेरी तो धड़कनें भी
हिमांशु Kulshrestha
मौसम जब भी बहुत सर्द होता है
मौसम जब भी बहुत सर्द होता है
Ajay Mishra
वो आरज़ू वो इशारे कहाॅं समझते हैं
वो आरज़ू वो इशारे कहाॅं समझते हैं
Monika Arora
मेरी कविताएं पढ़ लेना
मेरी कविताएं पढ़ लेना
Satish Srijan
छलते हैं क्यों आजकल,
छलते हैं क्यों आजकल,
sushil sarna
अंततः कब तक ?
अंततः कब तक ?
Dr. Upasana Pandey
यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/भगवान!
यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/भगवान!
Manu Vashistha
रामपुर का किला : जिसके दरवाजों के किवाड़ हमने कभी बंद होते नहीं देखे*
रामपुर का किला : जिसके दरवाजों के किवाड़ हमने कभी बंद होते नहीं देखे*
Ravi Prakash
अल्फाज (कविता)
अल्फाज (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
शिक्षा मे भले ही पीछे हो भारत
शिक्षा मे भले ही पीछे हो भारत
शेखर सिंह
24/240. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/240. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कैसा फसाना है
कैसा फसाना है
Dinesh Kumar Gangwar
गीत नया गाता हूँ
गीत नया गाता हूँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ये कैसे होगा कि तोहमत लगाओगे तुम और..
ये कैसे होगा कि तोहमत लगाओगे तुम और..
Shweta Soni
"कोयल"
Dr. Kishan tandon kranti
गाली भरी जिंदगी
गाली भरी जिंदगी
Dr MusafiR BaithA
भारत चाँद पर छाया हैं…
भारत चाँद पर छाया हैं…
शांतिलाल सोनी
शहीदों के लिए (कविता)
शहीदों के लिए (कविता)
गुमनाम 'बाबा'
रिश्ता कभी खत्म नहीं होता
रिश्ता कभी खत्म नहीं होता
Ranjeet kumar patre
ग़ज़ल _ शबनमी अश्क़ 💦💦
ग़ज़ल _ शबनमी अश्क़ 💦💦
Neelofar Khan
🚩अमर कोंच-इतिहास
🚩अमर कोंच-इतिहास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
#शेर-
#शेर-
*प्रणय प्रभात*
"हास्य व्यंग्य"
Radhakishan R. Mundhra
अहसास तेरे....
अहसास तेरे....
Santosh Soni
Lately, what weighs more to me is being understood. To be se
Lately, what weighs more to me is being understood. To be se
पूर्वार्थ
ग़ज़ल(नाम तेरा रेत पर लिखते लिखाते रह गये)
ग़ज़ल(नाम तेरा रेत पर लिखते लिखाते रह गये)
डॉक्टर रागिनी
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जुनून
जुनून
नवीन जोशी 'नवल'
Loading...