पीड़ित कौन.. इलाज किसका करें !!हास्य कविता,
जब बिमारी का कारक जब मच्छर हो,
तब ध्यान इंसान को पहलवान बनाने की तरफ नहीं,
बल्कि ध्यान स्वच्छता यानि मच्छरों से मुक्ति पर कार्य करना सुविधाजनक है,
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अन्यथा यह समाज पहले से ही जहरीले साँपों को दूध पिलाने के लिए बदनाम है,
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हमारे यहाँ पर सभी प्रकार की बिमारियों का सफल इलाज किया जाता है,बसरते कोई ठीक करवाना चाहता हो,अन्यथा तो हम सिर्फ अपनी ही इच्छाओं को पूरी करने का प्रयास करते है,सहयोग नहीं !!
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मैं पढ़ा लिखा ..बना बेवकूफ,
एक दिन बुक स्टॉल पै ..काकड़ा की बोरी,
कित मिलेगी पूछूँ था,
मेरे मँटा नै,
मजाक ही बना लिया,
.महेंद्र,