पीली सरसों
पीली सरसों
बिहँस उठी
पंख पसार कर
पीली सरसों
इठलातीं है
नवल किसलय
तितली मन
फैला कुहरा
दिनकर ठहरा
ऋतु बसन्त
©राम केश मिश्र
पीली सरसों
बिहँस उठी
पंख पसार कर
पीली सरसों
इठलातीं है
नवल किसलय
तितली मन
फैला कुहरा
दिनकर ठहरा
ऋतु बसन्त
©राम केश मिश्र