#कुंडलिया//बात बड़ी छोटे काम
#कुंडलिया
बातें करते हैं बड़ी , छोटे करते काम।
जैसे छूरी बगल में , होता मुँह में राम।।
होता मुँह में राम , आज का ऐसा नेता।
जनता जाए भाड़ , स्वयं का घर भर लेता।
सुन प्रीतम की बात , रहें कब सम दिन रातें।
बने एक दिन पीर , कही सब झूठी बातें।
#आर.एस.’प्रीतम’