पीर दिलों की मिटा के
पीर दिलों की मिटा के
पीर दिलों की मिटा के , रोशन किया ज़ज्बा – ए – वतन
मादरे वतन पर मर मिटने का ज़ज्बा सिखा गए |
वतनफ़रोशी का ज़ज्बा थी , उनकी धरोहर
वो राग जिन्दगी का सुनाकर चले गए |
कर गए रोशन अपने देश पर, मर मिटने का ज़ज्बा
वो गीत बन के दिल में समाते चले गये |
अपने लहू से सींच गए , वतनपरस्ती का ज़ज्बा
मादरे वतन पर निसार होने की कला सिखा गए |
मिटा दिया नासूर गुलामी का , कर अपना सर्वस्व समर्पण
जो मर मिटे थे अपने , अपने देश की खातिर चले गए |
गुलामी की जंजीरों से , आजाद कर गए वतन को
माँ भारती के सच्चे सपूत होने का , सिला सिखा गए |
पीर दिलों की मिटा के , रोशन किया ज़ज्बा – ए – वतन
मादरे वतन पर मर मिटने का ज़ज्बा सिखा गए |
वतनफ़रोशी का ज़ज्बा थी , उनकी धरोहर
वो राग जिन्दगी का सुनाकर चले गए | |