पीर उनकी देख के , मन हमरो है दुखाय
1.
पीर उनकी देख के , मन हमरो है दुखाय
उनकी पीर के आगे , हमरो दुःख न सुझाय
2.
जायज हो मेरी सब आरज़ू , इक तेरे करम से
जनाज़े को मेरे देखकर , किसी को मुझ पर शुबहा न हो
1.
पीर उनकी देख के , मन हमरो है दुखाय
उनकी पीर के आगे , हमरो दुःख न सुझाय
2.
जायज हो मेरी सब आरज़ू , इक तेरे करम से
जनाज़े को मेरे देखकर , किसी को मुझ पर शुबहा न हो