“पीओके भी हमारा है”
हम तो शराफ़त से,
अपना हक मांग रहे हैं,
पीओके भी हमारा है,
ये संदेश तुझे पहुंचा रहे हैं।
यहां पीओके वापस लेने की,
प्रतिबद्धता दोहरा रहें है,
वहां मातृभूमि पर लोक,
बंदे मातरम् के नारे लगा रहे हैं।
जहां आतंकी तेरी छाती पर,
बारुदी गंध फैला रहे हैं,
हम उसी सरजमीं को,
भारत का अभिन्न अंग बता रहे हैं।
खून का कतरा बहा बहा कर,
समश़ान तुझे बना रहे हैं,
परमाणु बम की धमकी देकर,
कायर हमें डरा रहे है।
नापाक अपनी धृष्टता की चर्या,
विश्व को दिखा रहें हैं।
पाक देख ले अब तिरंगा,
तेरे घर में फहराने जा रहे हैं।
मत ले मेरी अग्नि परीक्षा,
तुझे बार बार समझा रहे हैं,
दुष्ट अपने ही भू भाग को,
आतंक का गढ़ बना रहे हैं।
हम तो मंगल चांद पर भी,
अपना परचम फहरा रहे है,
देखकर पड़ोसी मुल्क,
अब शोक संवेदना मना रहे है।।
रचना- राकेश चौरसिया