पिरामिड कविता- बरसात
2-*पिरामिड कविता-“बरसात और हालात”
लो
फिर
आ गयी
बरसात।
कीचड़ भरा,
गली-सड़क पे
दिल में है जज्वात।
बेघरों की मुसीबत,
अब कैसे कटती रात।
बन जाते कठिन हालात।।
***
कवि- राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक- “आकांक्षा” पत्रिका
जिलाध्यक्ष-म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष-वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001