पिया अथाह प्यार दूँ ।
आधार छन्द – “नित” (मापनीयुक्त मात्रिक)
मापनी- लगा लगा लगा लगा
समान्त- “आर”, पदान्त -“दूँ”
पिया अथाह प्यार दूँ ।
वसंत सा सँवार दूँ।
प्रथम मिलन उमंग में,
निहाल प्राण वार दूँ ।
मृदुल अधर सुधा सरस,
पवित्र प्रेम धार दूँ।
रजत वदन विभास से,
अमिट विभव सितार दूँ।
सदैव अंग से लगा,
बदन मदन निखार दूँ ।
युगल नयन सजल विपुल,
लगा गले दुलार दूँ।
सतत अमर मिलन रहे ,
प्रणय भरा खुमार दूँ ।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली