पिनाक धनु को तोड़ कर,
पिनाक धनु को तोड़ कर,
वरें सिया को राम
पुष्प वृष्टि कर देवता,
बोलें — ‘सीताराम’
महावीर उत्तरांचली
पिनाक धनु को तोड़ कर,
वरें सिया को राम
पुष्प वृष्टि कर देवता,
बोलें — ‘सीताराम’
महावीर उत्तरांचली