पितृ देव
पितृ देव के कर सरोज में ,प्रणाम
बारम्बार है।
आपके कृपा से मिलता ,खुशियों का
संसार है।
आप कल थे और आप आज भी हैं,
हमारे जेहन में हमारी यादों में।
आपको पूजना सौभाग्य है हमारा,
आप आ ही जाते हैं हमारे खाबों में।
आपकी सल्तनत है ,जो सदा आबाद रहेगी।
हमारी हर एक याद में ,आपकी याद
रहेगी।
आप सौभाग्य हैं और धरोहर है हमारी।
आपकी ये अनेक पीढ़ी, पूजेगी बारी-बारी।
आपके द्वारा सदा ही ,खुशियों की बख्शीस मिले।
आपका स्नेह मिले और आपका आशीष मिले।
-सिद्धार्थ