पितृ दिवस पर
बिगड़ गया तो क्या हुआ, . तेरा ही है खून !
अँगुली ने कब जानकर,. दूर किया नाखून !!
अच्छे अच्छे खा गये, आगे जिनके मात !
लेकिन अपने खून से, हार गया वो तात!!
रमेश शर्मा
बिगड़ गया तो क्या हुआ, . तेरा ही है खून !
अँगुली ने कब जानकर,. दूर किया नाखून !!
अच्छे अच्छे खा गये, आगे जिनके मात !
लेकिन अपने खून से, हार गया वो तात!!
रमेश शर्मा