पिता
हे पिता ! तुम हो महान ,
अस्तित्व मेरा तुमने किया प्रदान ,
इस भवसागर में होते हो मेरे साथ ,
सुख देने के लिए करते हर संभव प्रयास ,
त्याग समर्पण और सहनशीलता है असीम ,
आंतरिक हृदय से तुम करते हो प्यार ,
जीवन पर्यंत रखते हो धैर्य,
संयम होता है अत्यंत विशाल ,
पथ प्रदर्शक एक पिता होता सच्चा ,
उम्मीद और विश्वास रखते हैं साथ ,
विषम परिस्थितियों में हिम्मत है देते ,
परिवार के संग बड़ी सहजता से है जीते ।
नाम- बुद्ध प्रकाश ,
शहर – मौदहा हमीरपुर ।