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16 Apr 2022 · 1 min read

पिता

दादा – दादी की लाड़ले मेरे पिता
बड़े सौभाग्यशाली जिनके होते है पिता
बेफिक्र दुनिया में जिनके होते हैं पिता।
दुनियां में लाने वाले माध्यम,
घर, पुरखों की भूमि की रखवाले, पिता
मां का संबल, सुहाग है पिता
घर का नाज, ईश्वर का आशीर्वाद है पिता
रिश्तो को मोड़, परिवार को जोड़ने वाले
उम्मीदों भरा साथ, रहने का ढंग (स्थिति) देता है पिता
खुशहाली, देता अनुभव संग सीख
मेरे उम्र – दराज पिता
बच्चों को पोषित ,निर्मित करने वाले
दिन रात मेहनत करने वाले प्रमुख है पिता
जरूरत ,ख्वाइश पूरा करने वाले कर्मशील है पिता
थैला भरकर उपहार लाने वाले
समाज परिवेश में सम्मान दिलाने वाले
धरती पर लाने वाले इंसान है पिता
बच्चों के मुकुल आनंद है पिता
सच में साक्षात देव तुल्य है, पिता ।
_ रचनाकार का नाम- डॉ. सीमा कुमारी, मौलिक एवं स्वरचित रचना मेरी जिसे आज 16-4-022को ही प्रकाशित कर रही हूं।
जन्मतिथि-27-12-1984
जन्मभूमि-भागलपुर ( बिहार)
पिता का नाम – अरविंद प्रसाद सिंह
माता का नाम – सरस्वती देवी
शिक्षा – पीएचडी (दर्शनशास्त्र), मातृभाषा-अंगिका ,हिंदी
रुचि-लेखन एवं पाठन कार्य
मोबाइल नंबर-7979055433
पता – डॉ. सीमा कुमारी,D/O-अरविंद प्रसाद सिंह
कमल नगर कॉलोनी, मिरजानहाट, वार्ड नंबर -50
मानिकपुर ,भागलपुर
बिहार-812005,
नोट-मुकुल- पहले खिलने वाला होता है

13 Likes · 26 Comments · 402 Views
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