Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2023 · 2 min read

पिता

बोलते हैं जैसे सारी सृष्टि भगवान चलाते हैं वैसे एक पूरा परिवार पिता चलाता है,
जिनके सिर के ऊपर पिता का हाथ होता है नसीब वाले होते हैं वह लोग जीन पर पिता का साया नसीब है ।
पिता है तो हमें किसी चीज की कोई चिंता नहीं होती पिता गम में अपने आंसू छुपा के बच्चों को खुशियां बांटते हैं आइए आज हम भी पिता दिवस पर अपने पिता को वह हर खुशी दे जो पिता अपने अंदर हर गम छुपाए हैं।
यह जो फादर डे हैं यह 1 दिन के लिए नहीं होना चाहिए बच्चों के लिए हर दिन पिता दिवस होना चाहिए माता दिवस होना चाहिए हर दिन अपने मां-बाप के लिए अच्छा करिए अच्छा सोचिए उन्हें हर तरफ से खुश रखने की कोशिश करिए अपने वह दिन याद रखिए जब एक मां कैसे-कैसे करके हमारे को जन्म देती है कैसे पालते हैं हमारे को अर्पिता कैसे वह हर एक ख्वाहिश हमारी पूरी करते हैं अगर हम दुकान पर किसी चीज के लिए हाथ रख देते थे कि हमारे को यह चीज चाहिए तो वह पिता हमारे लिए तुरंत ला देते हैं वह दिन भी याद करिए क्यों ऐसे ही माता-पिता को किसी चीज के लिए हमें दुखी नहीं करना चाहिए आज के दिन मा पापा के लिए अपने स्पेशल डे बोलते हैं , आज सब के पिता हैं लेकिन वह दिन याद करना जिस दिन हमारे मां-बाप हमारे बीच नहीं रहे सृष्टि का नियम है एक न एक दिन जाना ही है पर फिर भी ऊपर वाले भगवान तो नहीं आ सकते उन्होंने मां-बाप को हमारे लिए अपना अंश भेजा है उन्होंने, कोशिश करो कि मां-बाप को खुश रख सके और ज्यादा कुछ नहीं कहना बस मां-बाप है हमारा असली कहना और कुछ नहीं है सच्चा प्यार भी उनका झूठा सारा संसार सच्चा प्यार मां बाप का और कुछ नहीं संसार में।

Language: Hindi
3 Likes · 134 Views

You may also like these posts

* खुश रहना चाहती हूँ*
* खुश रहना चाहती हूँ*
Vaishaligoel
मन की बात
मन की बात
Ruchi Sharma
खुद को खोने लगा जब कोई मुझ सा होने लगा।
खुद को खोने लगा जब कोई मुझ सा होने लगा।
शिव प्रताप लोधी
आँखें अश्क छिपाने की मुमकिन कोशिश करती है,
आँखें अश्क छिपाने की मुमकिन कोशिश करती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्राण- प्रतिष्ठा
प्राण- प्रतिष्ठा
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
सारे ही चेहरे कातिल है।
सारे ही चेहरे कातिल है।
Taj Mohammad
यौवन
यौवन
Ashwani Kumar Jaiswal
"बलवान"
Dr. Kishan tandon kranti
गणतंत्र के मूल मंत्र की,हम अकसर अनदेखी करते हैं।
गणतंत्र के मूल मंत्र की,हम अकसर अनदेखी करते हैं।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*संस्मरण*
*संस्मरण*
Ravi Prakash
__________सुविचार_____________
__________सुविचार_____________
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
ले चल साजन
ले चल साजन
Lekh Raj Chauhan
Don't break a bird's wings and then tell it to fly.
Don't break a bird's wings and then tell it to fly.
पूर्वार्थ
नदी जिस में कभी तुमने तुम्हारे हाथ धोएं थे
नदी जिस में कभी तुमने तुम्हारे हाथ धोएं थे
Johnny Ahmed 'क़ैस'
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
गैरों से कोई नाराजगी नहीं
Harminder Kaur
#कुछ_भी_कहीं_भी_मतलब_बेमानी
#कुछ_भी_कहीं_भी_मतलब_बेमानी
*प्रणय*
सच्चा प्यार
सच्चा प्यार
Rambali Mishra
सावन के झूलों पे, पूछे सखियाँ
सावन के झूलों पे, पूछे सखियाँ
gurudeenverma198
माँ - सम्पूर्ण संसार
माँ - सम्पूर्ण संसार
Savitri Dhayal
दशहरे पर दोहे
दशहरे पर दोहे
Dr Archana Gupta
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
Shweta Soni
क्या वायदे क्या इरादे ,
क्या वायदे क्या इरादे ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
अच्छा स्वस्थ स्वच्छ विचार ही आपको आत्मनिर्भर बनाते है।
अच्छा स्वस्थ स्वच्छ विचार ही आपको आत्मनिर्भर बनाते है।
Rj Anand Prajapati
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
आओ मना लें नया वर्ष हम
आओ मना लें नया वर्ष हम
Ashok Sharma
राना लिधौरी के हिंदी दोहे -प्रेम
राना लिधौरी के हिंदी दोहे -प्रेम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
भीड़ में रहते है मगर
भीड़ में रहते है मगर
Chitra Bisht
किसी को अगर प्रेरणा मिलती है
किसी को अगर प्रेरणा मिलती है
Harminder Kaur
मुस्तक़िल जीना यहाँ किसको मयस्सर है भला
मुस्तक़िल जीना यहाँ किसको मयस्सर है भला
Monika Arora
महान विभूति मोहम्मद रफी- काव्य श्रृद्धांजलि
महान विभूति मोहम्मद रफी- काव्य श्रृद्धांजलि
Shyam Sundar Subramanian
Loading...